· शर्म-अलशेख में गुलाम प्रधान्मन्त्री ने अपनी मन्दबुद्धि का
2.
हम उनके विचार का सम्मान करते हैं किन्तु अपनी मन्दबुद्धि का क्या करें जो यह सोचती है कि चर्खी (
3.
अब तक तो हम“ बेवकूफ़” ही थे, बेवुकुफ़ से वाकिफ़ होने से पहले मन्दबुद्धि का अर्थ जड-मति तो समझ मे आया लेकिन अक्लमन्द का अर्थ अक्ल मन्द होना नहीं है यह भी पता है..
4.
हम उनके विचार का सम्मान करते हैं किन्तु अपनी मन्दबुद्धि का क्या करें जो यह सोचती है कि चर्खी (Wheel), घिर्री (Pulley), धुरी (Axle), लिव्हर (Lever), कोणीय तल (Inclined Plane), पेंच (Screw) आदि सामान्य यन्त्र भी विज्ञान के अन्तर्गत ही आते हैं और इनके विषय में भी बताया जाना चाहिये।